स्वामी भक्त पवार महाराज जी की वंशावली और आठवें महन्त
स्वामी श्री सन्त प्रसाद जी महाराज (नि:वर्तमान)
स्वामी श्री भक्त पवार जी महाराज पर ब्रह्मस्वरूप सन्त शिरोमणि अनन्त श्री कमला पंडित ब्रह्मदेव की कृपा सदैव बरसती रही | उन्होंने गुरु के आदेशों का आजीवन पालन किये तथा उन्हीं की पीढ़ी दर पीढ़ी आपके चरणों की सेवा करती चली आ रही है ।
स्वामी श्री भक्त पवार जी महाराज की आठवीं पीढ़ी के स्वामी संत प्रसाद जी हुए | जिनका जन्म सन् १९२३ ई.में हुआ था । इनके पिता का नाम - स्वामी श्री शिव बालकदास था ।
जिनकी अनन्त श्री बाबा कमला पंडित ब्रह्मदेव जी के चरणों में सच्ची प्रीति थी और प्रत्यक्ष रूप से श्री कमला पंडित ब्रह्मदेव जी ने दर्शन दिए | हर कार्य के लिए आदेश भी देते थे | समस्त भक्त पीढ़ी की भांति बहुत ही सरल-शान्त और विनम्र स्वभाव के तथा दृढ़ निश्चयी थे I आपका जीवन काफी संघर्षमय रहा, मंदिर का विशालतम रूप से जीर्णोद्धार आपने ही कराया था |
इन्हीं के सुपुत्र वर्तमान महंथ स्वामी श्री रामनयन दास महराज जी एवं पुजारी श्री रामशंकर जी महराज, पुजारी श्री श्यामसुंदर, पुजारी श्री मुरली प्रसाद जी के देख रेख में लगे रहतें हैं |
आपने १५ दिसम्बर २०१९ ई. में नश्वर शरीर का त्याग किया। इनके आखिरी इच्छानुसार टाण्डा के महादेवा घाट सरयू नदी में जल समाधि दी गई और दिव्य शरीर पर स्थित पंचतत्व स्वरूप पांच पुष्पों की आशीषात्मक समाधि दी गई ।
स्वामी श्री सन्तप्रसाद जी महाराज के सुपुत्र
वर्तमान महन्त एवं पुजारी
वर्तमान महन्त
प्रबंधक एवं पुजारी
पुजारी
पुजारी
स्वामी श्री रामनयन दास जी महाराज
श्री रामशंकर जी महाराज
श्री श्यामसुंदर जी महाराज
श्री मुरली प्रसाद जी महाराज
स्वामी श्री रामनयन दास जी महाराज
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सन्त श्री बाबा कमला पंडित ब्रह्मदेव जी के दरबार में प्रतिदिन ही पूजा-पाठ, हवन, आरती इत्यादि समस्त कार्यों का संचालन करते हैं | जिसमे हिन्दू मुस्लिम इत्यादि सभी श्रद्धा-भक्ति भाव पूर्वक अपने जीवन में सुख-शांति, समृद्धि की कामना से स्वेच्क्षानुसार हवन-यज्ञ कार्य करवाते हैं |